मानस खत्री जी १८ साल के है और अपनी कविता को ब्लॉग पर प्रकाशित करते है. वो कई कवी सम्मलेन में भी भाग ले चुके है. मैं एक-दो कविता यहाँ प्रस्तुत कर देता हूँ जिससे आप उनके बारे में जान सके!
बेवकूफ हैं प्यार में अपनी जान देने वाले,
सोंचते हैं सारी जिंदगी खत्म हो जायेगी|
चलती रेल के पीछे मत भागिये दोस्तों,
Waiting Room में बैठिये, दूसरी फिर आएगी||
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Another one sent by Manas itself:
१८ में यही होता है!(हास्य-कविता) युवा मन सपने संजोता है, 'तन्हाई' में चुप कर रोता है| जब 'उम्मीदों का अंत' नहीं होता है, जब जागते हुए भी इंसान सोता है| समझ गए होंगे आप यह १८ है, १८ में यही होता है|| जब चेहरे पर हर समय Smile होती है, जब चीज़ें Branded होती हैं, Style होती है| जब Smart और Handsome वाले Hot and Cool होते हैं, जब कलमों की जगह, 'गुलाब के फूल' होते हैं| जब हर प्रश्न का जवाब देना भी, Possible नहीं होता है, अब और क्या बताएँ यह १८ है, १८ में भैया जी यही होता है|| जब Exam के Just पहले वाली रात, होती Most Haunted है, जब आप हो जाते/जाती अपने मोहल्ले के/की Most Wanted हैं| जब Chemistry की किताबों में भी, 'दोस्तों के चित्र' दिखते हैं, जब 'मध्य-रात्रि' में भी सपने, 'पवित्र' दिखते हैं| जब चुप-चाप रहना भी Possible नहीं होता है, क्यों सही है न? ये १८ है, १८ में 'दीदी जी' यही होता है|| जब 'दोस्त से बढ़कर...' की Stage होती है, जब दुनिया की नज़रों में भी Image होती है| जब Heart के भी Figure अनेक होते हैं, जब जीते-जागते भी Heart-Break होते हैं| जब Feeling को Control कर पाना भी, Possible नहीं होता है, अब आप से क्या छिपाना ये १८ है, १८ में 'अंकल जी' यही होता है|| जब सुबह का खाना आप शाम को खाते हैं, जब School/Collage की Canteen से ही काम चलाते हैं| जब माँ खड़ी दरवाज़े पर इंतज़ार करती हैं, जब Late आने के आप 'बहाने' हज़ार करती हैं| जब सब 'सच-सच बतलाना' भी Possible नहीं होता है, अब कैसे कहूँ ये १८ है, १८ में 'आंटी जी' यही होता है|| माना की हम युवा हैं, हमारे पास शक्ति ढेर सारी है, पर भैया/दीदी जी कुछ हमारी भी तो 'ज़िम्मेदारी' है| पढ़-लिख कर कुछ करना है, हिंदुस्तान का नाम रोशन करना है, फिर Next-Generation का भी तो 'इंतज़ाम' करना है| Manas Khatri का है Experience, बिना मेहनत के कुछ भी Possible नहीं होता है, फूँक-फूँक के कदम रखना होगा ये १८ है, १८ में 'बहुत कुछ' होता है||